राजीव मणि
पटना : राजधानी के पश्चिम में स्थित है कुर्जी-दीघा क्षेत्र। यहीं पिछले एक साल से एक गैर सरकारी संस्था कोसी जन कल्याण समिति आसपास के गरीब बच्चों के लिए काम कर रही है। वह भी बिना किसी सरकारी, गैर सरकारी आर्थिक सहयोग से, अपने बलबूते ! संस्था की अध्यक्षा हैं वीणा सिंह। वीणा बताती हैं कि अबतक उनकी संस्था से करीब 300 बच्चे जुड़ चुके हैं। यहां सभी बच्चों को निःशुल्क शिक्षा दी जाती है। साथ ही, स्वास्थ्य, पर्यावरण, कौशल व सम्यक विकास पर ध्यान दिया जाता है। संस्था के सचिव हैं नीरज सिंह।
ज्ञात हो कि कुर्जी-दीघा क्षेत्र में गरीबों की कई बस्तियां हैं। और इन बस्तियों पर अभी तक सरकार का समुचित ध्यान नहीं रहा है। साथ ही अबतक गैर सरकारी संस्थाओं ने भी यहां काम करने के नाम पर सिर्फ धन उगाही का ही काम किया है। संस्थाओं द्वारा फंड के दुरुपयोग का अनुमान इन बस्तियों की बेहद खराब स्थित देखकर ही लगाया जा सकता है।
वीणा सिंह बताती हैं कि संस्था में बच्चों को पढ़ाने के लिए पांच शिक्षकों को रखा गया है। नर्सरी से वर्ग सात तक यहां पढ़ाया जाता है। साथ ही, पेंटिंग, नृत्य भी सीखाया जाता है। वीणा बताती हैं कि समय-समय पर यहां पर्यावरण एवं स्वास्थ्य पर कार्यक्रम भी चलाये जाते हैं। अभी हाल ही में संस्था के सभी बच्चों को तरुमित्र आश्रम ले जाया गया था। वहां इन बच्चों को पर्यावरण से जुड़ी कई जानकारी दी गई। इसी तरह रक्षा बंधन के अवसर पर वृक्षों को राखी बांधकर भी बच्चों को पर्यावरण के बारे में जागरूक किया गया। दीवाली पर बच्चों को निःशुल्क पटाखे बांटे गये। वीणा कहती हैं, ‘‘धनाभाव के कारण अभी काफी कुछ संभव नहीं हो पा रहा है। हर माह घर से ही रुपए खर्च हो रहे हैं। अगर कहीं से आर्थिक सहयोग मिले, तो मैं गरीब बच्चों के साथ गरीब महिलाओं के लिए भी काम करना चाहती हूं।’’