पटना : वित्तमंत्री अब्दुलबारी सिद्दीकी ने 2016-17 का बजट पेश किया। दस सालों में राज्य के योजना आकार में 16 गुना वृद्धि हुई है। वित्तीय वर्ष 2005-06 में बिहार का योजना आकार 4379 करोड़ रुपए का था, जो 2016-17 में बढ़कर 71 हजार 501 करोड़ 84 लाख रुपए हो गया है। बिहार में न सिर्फ योजना का आकार बढ़ा है, बल्कि कुल बजट में योजना के खर्च का प्रतिशत भी बढ़ा है। यह बताता है कि राज्य में नए निर्माण कार्य पर कुल बजट का पहले से काफी अधिक खर्च किया जा रहा है।
खास बातें
राज्य का पहला बजट महागठबंधन सरकार ने पेश किया। पेश है इस बजट की खास बातें :
- 20 से 25 वर्ष के बेरोजगार युवाओं को रोजगार तलाशने के दौरान सहायता के तौर पर 1,000 रुपए प्रतिमाह की दर से दो साल तक स्वयं सहायता भत्ता
- ‘स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड’ के तहत 12वीं पास हर इच्छुक विद्यार्थी को 4 लाख रुपए तक शिक्षा लोन बैंकों से मिलेगा। बैंकों को सरकार गारंटी देगी।
- युवाओं की उद्यमिता विकास एवं स्टार्ट अप कैपिटल के लिए 500 करोड़ रुपए का वेंचर कैपिटल फंड। युवाओं को उद्योग लगाने में सहायता मिलेगी।
- अगले पांच वर्षों में चापाकल और पेयजल के अन्य साधनों पर लोगों की निर्भरता पूरी तरह से खत्म की जाएगी।
- अगले दो वर्षों में सभी गांवों में बिजली और सरकारी पैसे से घर में कनेक्शन
- स्वस्थ एवं स्वच्छ बिहार के लिए हर घर शौचालय की व्यवस्था
- शिक्षण संस्थानों में वाई-फाई से इंटरनेट दिया जाएगा
- सरकारी नौकरी में महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण दिया जाएगा
- सभी गांव एवं शहरों में गली-नाली का निर्माण कराया जाएगा
- किशनगंज में कृषि विवि बनाने की घोषणा
- पांच साल में सरकारी एवं निजी क्षेत्र के कुल 23 मेडिकल कॉलेज और नौ नर्सिंग कॉलेज खोले जाएंगे
- बिहार में हिन्दी, अंग्रेजी और कम्प्यूटर शिक्षा पर जोर
- तकनीकी शिक्षा पर जोर ताकि लोगों को रोजगार मिलने में आसानी हो
- जिला एवं अनुमंडल में उच्च, व्यवसायिक एवं तकनीकी शिक्षा की व्यवस्था की जाएगी
- हर जिले में जीएनएम स्कूल, पारामेडिकल इंस्टीट्यूट, पॉलिटेक्निक, महिला औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान एवं इंजीनियरिंग कॉलेज की स्थापना
- सभी मेडिकल कॉलेजों में नर्सिंग कॉलेज की स्थापना
- पांच साल में 31.183 हजार किलोमीटर ग्रामीण पथ का निर्माण
- 2.34 लाख हेक्टेयर में नई सिंचाई क्षमता का सृजन
- 1.20 लाख हेक्टेयर में सिंचाई क्षमता का पुनस्र्थापन
- बूढ़ी गंडक, नून, बाया और गंगा लिंक नहर
- सकरी नदी पर बागसोती बराज
- नाटा नदी पर बराज का निर्माण
- कमिश्नर, डीएम, एसपी, एसडीओ, एसडीपीओ व बीडीओ को जीपीएस सेट मिलेंगे
- लगभग 30 करोड़ पेड़ लगाने का लक्ष्य
- समस्तीपुर, मुंगेर, गया, गोपालगंज, शेखपुरा, भोजपुर, औरंगाबाद, पश्चिम चंपारण, किशनगंज और नवादा में पॉलिटेक्निक कॉलेज।
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