COPYRIGHT © Rajiv Mani, Journalist, Patna

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सोमवार, 17 अक्तूबर 2016

हर साल भारत में प्रति व्यक्ति 63 अंडे उपलब्ध

 संक्षिप्त खबरें 
नई दिल्ली : केन्द्रीय कृषि एवं किसान मंत्री राधा मोहन सिंह ने कहा कि भारत में प्रति व्यक्ति, प्रति वर्ष 63 अंडे उपलब्ध हैं, जबकि राष्ट्रीय पोषण संस्थान के अनुसार प्रति व्यक्ति करीब 180 अंडे उपलब्ध होने चाहिए। कृषि मंत्री पूसा में विश्व अंडा दिवस पर डीएडीएफ द्वारा आयोजित एक समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस समारोह में मुख्य रूप से पोल्ट्री कृषक और विभिन्न हितधारक हिस्सा ले रहे हैं।
श्री सिंह ने कहा कि अंडे के उत्पादन में भारत शीर्ष उत्पादकों में एक है और देश में अंडे का उत्पादन 83 अरब के करीब है। उन्होंने कहा कि अंडे उत्पादन तीन गुना बढ़ाने के लिए कई कदम एकसाथ उठाने होंगे, ताकि देश के बच्चों के स्वास्थ्य और पोल्ट्री किसान दोनों को फायदा हो। उन्होंने कहा कि भारत सरकार राष्ट्रीय पशुधन मिशन के माध्यम से मुर्गी पालन को बढ़ावा दे रही है। ग्रामीण इलाके में घरों के पीछे बीपीएल परिवारों को मुर्गी पालन के लिए आर्थिक मदद दी जा रही है। उद्यमिता विकास और रोजगार सृजन घटक के तहत भी मुर्गी पालन को आगे बढ़ाया जा रहा है।
कृषि मंत्री ने इस मौके पर कहा कि अंडे के पोषक तत्वों के बारे में लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाने की जरूरत है और इस काम में डॉक्टर, पोषण विशेषज्ञ, शिक्षाविद्, महिला एवं बाल संस्थान, अंडा प्रसंस्करण उद्योग और संबंधित नीति निर्माता अच्छी भूमिका निभा सकते हैं।
श्री सिंह ने कहा कि विश्व में 5 साल की उम्र तक के चार बच्चों में एक कुपोषण का शिकार हैं। भारत में सभी आयु वर्ग में कमजोर बच्चों की एक बड़ी संख्या है। ऐसे में कुपोषण से लड़ने में अंडा हमारी बड़ी मदद कर सकता है।
कृषि मंत्री ने कहा कि अंडे में उच्च पोषक तत्व काफी मात्रा में मौजूद रहते हैं, साथ ही अंडा प्रोटीन, विटामिन ए, विटामिन बी-6, बी-12, अमीनो एसिड और फोलेट, आयरन, फाॅस्फोरस, सेलेनियम जैसे खनिज आदि का भी अच्छा स्त्रोत माना जाता है। उन्होंने कहा कि हाल के शोध से पता लगा है कि अंडे के पोषक तत्व अंधेपन को कम करने में भी सहायक होते हैं। उन्होंने कहा कि नेशनल एग कोऑर्डिनेशन कमेटी, कंपाउंड लाइवस्टॉक फीड मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया, पशु स्वास्थ्य कंपनियां, पोल्ट्री फेडरेशन ऑफ इंडिया और पोल्ट्री संघों ने इस कार्यक्रम में अच्छा योगदान किया है।
इसके पहले श्री सिंह ने भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, नयी दिल्ली द्वारा अरहर की नयी उन्नत प्रजाति पूसा 16 का निरीक्षण किया। अरहर की ये प्रजाति, अतिशीघ्र, 120 दिनों में पकती है, जबकि मौजूदा दूसरी किस्मों को पकने में 165 से 180 दिन लगते हैं। यह प्रजाति एकसाथ पकती है और मशीन से कटाई के लिए उपयुक्त है। इस प्रजाति के बाद खेत में सरसों, आलू, गेंहू आदि फसलें आसानी से लगाई जा सकती हैं। इसकी पैदावार 20 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है और इसमें प्रोटीन की मात्रा 23.5 प्रतिशत होती है।

सरकार डाक नेटवर्क से रियायती दालें वितरित करेगी 

नई दिल्ली : सरकार ने इस त्योहार के मौसम में लोगों को उचित मूल्य पर दालों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए डाक नेटवर्क के माध्यम से रियायती दालों को वितरित करने तथा बफर स्टॉक से अधिक मात्रा में चना जारी करने का फैसला किया है। यह फैसला उपभोक्ता मामलों के सचिव हेम पांडे की अध्यक्षता में संपन्न आवश्यक वस्तुओं की कीमतों पर अंतर मंत्रालयी समिति में लिया गया। इस समिति ने आवश्यक वस्तुओं मुख्यतः दालों की उपलब्धता और कीमतों की समीक्षा की और सुझाव दिया कि राज्यों में सरकारी आउटलेट के अभाव में डाक नेटवर्क का उपयोग वितरण के लिए किया जाना चाहिए।
यह देखा गया है कि हाल के सप्ताहों में दालों की कीमतों में गिरावट देखी गई है। जबकि अन्य वस्तुओं की कीमतें स्थिर रही हैं। समिति ने सरकारी एजेंसियों द्वारा खरीफ दालों की खरीद के प्रबंधों की समीक्षा भी की। बैठक में बताया गया कि अबतक 500 खरीद केंद्र खोले जा चुके हैं और जहां किसानों को चेक या बैंक हस्तांतरण प्रणाली के माध्यम से तुरंत भुगतान किया जा रहा है। सरकार ने चालू सत्र में 50,000 मीट्रिक टन खरीफ दालों की खरीद का लक्ष्य रखा है। बैठक में कृषि, खाद्य, वाणिज्य, राजस्व, एमएमटीसी, नैफेड आदि मंत्रालय / विभाग के कई वरिष्ठ अधिकारियों ने भी भाग लिया।

राष्ट्रीय ईसाई नेताओं का सम्मेलन

नई दिल्ली : केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि आतंकवाद का कोई भी धर्म नहीं है, फिर भी कुछ लोग इन दोनों को जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं। भारत को दुनिया के लिए सहिष्णुता के विश्वविद्यालय का नाम देते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि मतों में मतभेद हो सकते हैं, जिन्हें वार्ता की मेज पर बातचीत के द्वारा हल किया जा सकता है, लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि असंतुष्ट बातचीत के बजाय बंदूक उठा लें। राष्ट्रीय ईसाई नेताओं के सम्मेलन को संबोधित करते राजनाथ सिंह ने कुछ देशों द्वारा आतंकवाद को राजनैतिक औजार बनाने की नीति का निन्दा करते हुए इसे दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है और यहां धर्म के आधार पर कोई भी भेदभाव नहीं किया जाएगा। राजनाथ सिंह ने इस बात को दोहराया कि भारत इतिहास के दौरान विश्व के सभी प्रमुख धर्मों का संगम रहा है। केंद्र सरकार शरारती तत्वों और अफवाह फैलाने पर नजर रखेगी और देश में लगातार कानून का शासन बनाए रखेगी।

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