COPYRIGHT © Rajiv Mani, Journalist, Patna

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सोमवार, 3 अक्तूबर 2016

पुस्तक ‘पर्वत विजेता दशरथ मांझी’ का लोकार्पन

 संक्षिप्त खबरें 
पटना : ‘‘दशरथ मांझी के जीवन-वृत्त और उनके कृत्यों को लेकर एक तथ्यपरक पुस्तक लिखा जाना जरूरी है, ताकि उनके व्यक्तित्व के विभिन्न पहलू उजागर हो सकें। समय बीतते जाने पर और उनकी पीढ़ी के लोगों के नहीं रह जाने पर, तथ्यों के संकलन में काफी कठिनाई आयेगी। इसलिए यह जरूरी है कि पूरी गंभीरता के साथ उनके जीवन से जुड़े तथ्यों तथा उनके बारे में उनके करीबी लोगों के संस्मरणों आदि को शीघ्र संकलित कर प्रकाशित कर दिया जाय’’ - उक्त विचार, महामहिम राज्यपाल ने राजभवन सभागार में डाॅ. बज्रांग प्रताप केसरी लिखित पुस्तक ‘पर्वत विजेता दशरथ मांझी’ को लोकार्पित करते हुए व्यक्त किये।
राज्यपाल ने कहा कि दशरथ मांझी ने अद्वितीय इतिहास रचकर एक सामान्य मनुष्य के रूप में देवतुल्य गौरव हासिल कर लेने का कीत्र्तिमान स्थापित कर दिया। दशरथ मांझी के जीवन की कहानी भी असंभव को संभव बना देने वाले एक महान तपस्वी, कर्मयोगी और एक महान जननायक की वीरता, धीरता और दृढ़निश्चयता की कहानी है। राज्यपाल श्री कोविन्द ने लेखक डाॅ. बज्रांग प्रताप केसरी को पुस्तक-रचना के लिए बधाई देते हुए उनके यशस्वी लेखकीय जीवन की कामना की। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री सतीश प्रसाद सिंह ने कहा कि राष्ट्रभाषा हिन्दी में लिखित इस पुस्तक को काफी लोकप्रियता प्राप्त होगी।
कार्यक्रम को लेखक डाॅ. बज्रांग प्रताप केसरी एवं डाॅ. रणविजय कुमार आदि ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में प्रो. शिवजतन ठाकुर, डाॅ. समीर कुमार वर्मा, डाॅ. मीनाक्षी प्रसाद, प्रो. मीरा कुमारी, प्रो. एनके शरण, प्रो. श्याम बाबू सिंह, डाॅ. सूर्य प्रताप, बीके सिंह, आरपी वर्मा सहित कई अन्य प्राध्यापक एवं गणमान्यजन भी उपस्थित थे ।

बिहार में नया शराबबंदी कानून आज से प्रभावी

Nitish Kumar, CM, Bihar
पटना : बिहार में रविवार से नया शराबबंदी कानून प्रभावी हो गया है। रविवार को बिहार सरकार की ओर से इस संबंध में नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया। रविवार दोपहर कैबिनेट की बैठक में एकबार फिर शराबबंदी को लेकर संकल्प लिया गया है, जिसमें साफ कहा गया है कि पूरे सूबेे में शराबबंदी के लिए बिहार सरकार कृतसंकल्प है।
इससे पहले पटना में अग्रसेन जयंती के मौके पर आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश ने कहा कि कोई भ्रम में नहीं रहे। नया काूनन विधानमंडल से पारित है और कानून को राज्यपाल से मंजूरी मिल चुकी है। उन्होंने कहा कि हम गांधीजी के विचारों को धरती पर उतारने चाहते हैं। इसलिए 2 अक्टूबर के दिन को चुना है। महात्मा गांधी के विचारों को जमीन पर उतारने के लिए इससे उपयुक्त दिन दूसरा कोई नहीं हो सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी निर्दोष को सजा ना मिले, उसके लिए भी सब कुछ करेंगे। शराब मामले में लोगों को गलत ढंग से फंसाने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि शराबबंदी का व्यापक प्रभाव हुआ है। इसका असर देखना है, तो गांवों में जाइए। यह बात अलग है कि कुछ लोगों को बिहार से शुरू हुई यह सामाजिक क्रांति नहीं दिख रही है।
सीएम ने कहा कि शराबबंदी से सरकार को पांच हजार करोड़ रुपए प्राप्त हो रहे थे, लेकिन आम आदमी के तो दस हजार करोड़ रुपए बर्बाद हो रहे थे। शराबबंदी के बाद वह रुपया दूसरे सकारात्मक कार्यों में खर्च हो रहा है। इससे राज्य में व्यवसाय बढ़ेगा, सरकार को अधिक रकम टैक्स के रूप में हासिल होगी।

पोरबंदर खुले में शौच से मुक्त जिला घोषित 

नई दिल्ली : इस महीने की 25 तारीख को शुरू हुआ स्वच्छ भारत सप्ताह संपन्न हो गया। इस मौके पर गुजरात और आंध्र प्रदेश अपने-अपने शहरों और नगरों को खुले में शौच से मुक्त घोषित करने वाले पहले राज्य हो गये हैं। महात्मा गांधी की 147वीं जयंती और स्वच्छ भारत मिशन की दूसरी वर्षगांठ के अवसर पर पोरबंदर सहित कुछ जिले खुल में शौच से मुक्त घोषित किए गए। महात्मा गांधी का पैतृक जिला पोरबंदर और गुजरात के सभी 180 नगर और शहर पोरबंदर में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में केंद्रीय पेयजल और स्वच्छता मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर और गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी की मौजूदगी में खुले में शौच से मुक्त घोषित किए गए। आंध्र प्रदेश में तिरुपति में आयोजित एक समारोह में राज्य के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने प्रदेश के सभी 110 शहरों को खुले में शौच से मुक्त घोषित किया।

देश के एक लाख गांव व 37 जिले खुले में शौच से मुक्त 

नई दिल्ली : केंद्रीय ग्रामीण विकास, पेयजल और स्वच्छता तथा पंचायती राज्यमंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर और गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने महात्मा गांधी के जन्मस्थल पोरबंदर जिले को खुले में शौच से मुक्त घोषित किया। पोरबंदर में आयोजित एक रैली में महात्मा गांधी की 147वीं जयंती और स्वच्छ भारत मिशन (एसबीएम) की दूसरी वर्षगांठ के अवसर पर यह घोषणा की गयी। रैली सुदामा मंदिर से शुरू हुई और समारोह स्थल नगरपालिका पार्टी प्लॉट, चैपाटी, पोरबंदर में समाप्त हुई। गुजरात के दो अन्य जिले महेसाणा और नर्मदा को भी आज 30 तालुकों और राज्य की 3 हजार ग्राम पंचायतों के साथ खुले में शौच से मुक्त घोषित किया गया। 
इस अवसर पर श्री तोमर ने कहा कि उन्हें देश के एक लाख गांव और 37 जिलों को खुले में शौच से मुक्त घोषित करने से काफी प्रसन्नता हो रही है। यह इस बात का प्रमाण है कि स्वच्छ भारत मिशन अब सचमुच जनआंदोलन बन गया है। उन्होंने कहा कि केवल शौचालय निर्माण की जगह लोगों के व्यवहार में परिवर्तन पर फोकस करके भारत सरकार और भारत की जनता 02 अक्टूबर, 2019 तक स्वच्छ भारत मिशन के लक्ष्यों को प्राप्त कर लेगी।

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