COPYRIGHT © Rajiv Mani, Journalist, Patna

COPYRIGHT © Rajiv Mani, Journalist, Patna
COPYRIGHT © Rajiv Mani, Journalist, Patna

शुक्रवार, 2 सितंबर 2016

मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए चेक सौंपा

 संक्षिप्त खबरें 
पटना : मगध महिला काॅलेज की प्राचार्या प्रो. आशा सिंह एवं मगध महिला काॅलेज की व्याख्याता डाॅ. सुहेली मेहता ने एक लाख एक रुपये का चेक मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सौंपा। दूसरी ओर बिहार आदिम जाति सेवा समिति की ओर से सचिव वीरेन्द्र कुमार, अध्यक्ष आदिवासी महिला मण्डल, कैमूर शीला गोंड तथा बिहार राज्य गोंड महासभा की सदस्या प्रियांकी गोंड ने पचास हजार रुपये का चेक मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सौंपा।
मुख्यमंत्री ने इस अंशदान के लिए प्राचार्य मगध महिला काॅलेज तथा बिहार आदिम जाति सेवा समिति के सदस्यों को धन्यवाद दिया तथा उनकी इस सामाजिक पहल की सराहना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि विपदा के समय हम सबको अपनी संवेदनशीलता को प्रदर्शित करना चाहिए और पीड़ितों की सेवा में बढ़-चढ़कर हाथ बंटाना चाहिए।

ग्रामीण युवाओं के लिए चलंत पुस्तकालय की शुरूआत

जमशेदपुर : जिला सूचना एवं जनसम्पर्क कार्यालय द्वारा चलंत पुस्तकालय की शुरूआत की गई। पहले से ही चल रहे एलईडी सुविधायुक्त विभागीय टाटा मैजिक वाहन में शुरू हुआ यह अस्थायी पुस्तकालय 200 से अधिक पुस्तकांे व पत्र-पत्रिकाओं के लेकर गुरमा गांव पहुंचा। उक्त चलंत पुस्तकालय विभिन्न सरकारी योजनाओं सम्बंधी प्रकाशन सामग्री, स्कूली बच्चों के लिए सामान्य ज्ञान, अंगे्रजी व्याकरण, कम्प्यूटर आदि ज्ञानवर्धक पुस्तकों, पर्याप्त संख्या में सूचना विभाग की मासिक पत्रिका झारखण्ड बढ़ते कदम, समसामयिक साप्ताहिक/मासिक पत्रिकाओं तथा दैनिक समाचार पत्रों से युक्त रहेगा। रोज अलग-अलग गांव में उक्त पुस्तकालय निर्धारित समय सारणी के अनुसार जाएगा। 
आगामी सोमवार से इसी तरह का एक अन्य चलंत पुस्तकालय शहरी क्षेत्र की स्लम बस्तियों में भी भेजा जाएगा। इस पुस्तकालय में जिले में चल रहे विभिन्न विभागों/कार्यालयों से भी आग्रह किया गया है कि वे अपने विभाग/कार्यालय से संचालित योजनाओं के बारे में उपलब्ध सूचना परक पाठ्य सामग्री जिला जनसम्पर्क कार्यालय को उपलब्ध कराएं। इसी आलोक में ग्रामीण विकास विभाग तथा क्षेत्रीय प्रचार निदेशालय ने अपने विभाग से सम्बंधित पुस्तकें सूचना कार्यालय को उपलब्ध करायी। स्वयंसेवी संस्थाएं, निजी प्रकाशन, लेखक, समाजसेवी भी स्वेच्छा से इस चलंत पुस्तकालय में जानकारी परक पुस्तकें भेंट कर सकते हैं। 
संचालन योजना
एक बड़े संदूक में पर्याप्त मात्रा में भरी पाठ्य सामग्री को लेकर प्रतिदिन सुबह दोनों में से प्रत्येेक वाहन जिला सूचना कार्यालय से क्षेत्रों के लिए भेजे जाएंगे। ग्रामीण क्षेत्रों में जाने वाला यह चलायमान लघु पुस्तकालय पहले सम्बंधित गांव के मिडिल स्कूल या इससे उच्च स्तर के विद्यालय में पहुंचेगा। वहां 2ः00 बजे तक विद्यालय के प्रांगण में ही अस्थायी पुस्तकालय का रूप देते हुए छात्र-छात्राओं के बीच रुचि अनुसार पुस्तकें, पत्र-पत्रिकाएं उपलब्ध करा दी जाएंगी। विद्यालय बंद होने से पहले सभी छात्रों से पुस्तकें वापस ले ली जाएंगी। दिन के दूसरे हिस्से में गांव के चबुतरें व चैपालों में उक्त पस्तकें ग्रामीणों के बीच पढ़ने के लिए उपलब्ध कराई जाएगी एवं दिन के अंत में पुस्तकें वापस लेकर पुनः जिला मुख्यालय लायी जाएंगी। यही विधि शहरी क्षेत्र की स्लम बस्तियों में चलने वाले दूसरे चलंत पुस्तकालय में भी की जाएगी। 
उद्देश्य
जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी संजय कुमार ने बताया कि उक्त चलंत पुस्तकालय के पीछे प्रमुख उद्देश्य सुदूर गांव देहात तथा नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में युवाओं को सरकारी योजनाओं, रोजगार समाचार, देश विदेश की खबरों से अवगत कराना है। उन्होंने बताया कि अभी यह चलंत पुस्तकालय एक महीने के लिए प्रायोगिक तौर पर चलाया जा रहा है। यदि ग्रामीण क्षेत्रों से अच्छी प्रतिक्रिया मिलती है, तो इसे बेहतर स्वरूप दिया जाएगा। 
चलंत पुस्तकालय की शुरूआत के अवसर पर जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी संजय कुमार के अलावा पत्र सूचना कार्यालय रांची के सहायक निदेशक व भारतीय सूचना सेवा के अधिकारी एसएमएन रिजवी, क्षेत्रीय प्रचार निदेशालय जमशेदपुर के प्रभारी पदाधिकारी अंजनी कुमार मिश्र, जनसम्पर्क कार्यालय के कर्मी भविष्य कु. शर्मा, गौरव घोष, अनूप कुन्डू, बीरेन्द्र डोगरा तथा चलंत पुस्तकालय के चालक अभय कुमार तथा सामन्त कुमार मौजूद थे।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें