COPYRIGHT © Rajiv Mani, Journalist, Patna

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शुक्रवार, 30 सितंबर 2016

स्टुडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के लिए बैंकों के साथ समझौता

पटना : राज्य सरकार के सुशासन कार्यक्रम 2015-20 के अंतर्गत विकसित बिहार के सात निश्चय के अधीन ‘आर्थिक हल युवाओं को बल’ के तहत बिहार सरकार एवं विभिन्न बैंकों के बीच समझौता ज्ञापन पर मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, विकासायुक्त शिशिर सिन्हा एवं प्रधान सचिव, शिक्षा आरके महाजन की मौजूदगी में हस्ताक्षर हुआ।
इस अवसर पर प्रधान सचिव शिक्षा ने बताया कि एचडीएफसी, बैंक आॅफ बड़ोदा, इंडियन बैंक, इलाहाबाद बैंक, बिहार मध्य ग्रामीण बैंक, आईडीबीआई, भारतीय स्टेट बंैक, एक्सीस बैंक, आईसीआईसीआई, ओरियेंटल बैंक, यूको बैंक, बिहार ग्रामीण बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, स्टेट बैंक आॅफ बिकानेर एण्ड जयपुर तथा यूनाईटेड बैंक आॅफ इंडिया से समझौता हुआ है। इस योजना के अंतर्गत 12वीं कक्षा उतीर्ण विद्यार्थियों को शिक्षा ऋण उपलब्ध कराया जाएगा। इससे पूर्व छात्र स्वयं बैंक से सीधे संपर्क साधकर ऋण लेते थे, परन्तु अब सरकार के द्वारा बैंको से छात्र ऋण हासिल कर सकेंगे। उच्च शिक्षा में राज्य का सकल नामांकन अनुपात वर्तमान में 13 प्रतिशत है। जबकि राष्ट्र स्तर पर ये 24 प्रतिशत है। राष्ट्रीय स्तर से बराबरी करने में स्टुडेंट क्रेडिट कार्ड योजना सहायक होगा।
आरके महाजन ने बताया कि प्रोफेशनल डिग्री के लिए छात्र-छात्राएं बैंकों से ऋण लिया करते थे, परन्तु बिहार सरकार ने स्टुडेंट क्रेडिट कार्ड योजना को लागू कर शिक्षा ग्रहण करने वाले के लिए रास्ता खोल दिया है, ताकि वे सभी तरह की शिक्षा के लिए बैंकों से ऋण प्राप्त कर सकें। शर्तो के अनुसार 4 लाख रुपये मूलधन सीमा तक ऋण दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि आवेदकों को जिला निबंधन एवं परामर्श केन्द्र के माध्यम से इस योजना का लाभ दिया जाएगा।
स्टुडेंट क्रेडिट कार्ड में लाभार्थी का निबंधन सं., नाम, माता/पिता का नाम, जन्म तिथि, पता, आधार संख्या, ऋण देने वाले बैंक शाखा का नाम एवं पता अंकित रहेगा। जिले का अग्रणी बैंक इस योजना के अन्तर्गत नोडल बैंक के रूप में कार्य करेगा। यह बैंक सभी बैंकों से शिक्षा ऋण से संबंधित सूचना प्राप्त करेगा और समीक्षा कर डिफाॅल्ट की दशा में सहायता राशि की सूचना शिक्षा विभाग, बिहार सरकार को प्रस्तुत करेगा, जिसके आलोक में राशि संबंधित बैंकों के लिए अग्रणी बैंक के माध्यम से विमुक्त की जायेगाी।
योजना के अंतर्गत बिहार विद्यालय परीक्षा समिति से मान्यता प्राप्त संस्थानों से इंटरमीडिएट परीक्षा उत्तीर्ण विद्यार्थी, सेन्ट्रल बोर्ड आॅफ सेकेण्ड्री एजुकेशन एवं समतुल्य अन्य बोर्ड से मान्यता प्राप्त संस्थानों से 12वीं पास विद्यार्थी बिहार राज्य संस्कृत शिक्षा बोर्ड से मान्यता प्राप्त संस्थान से उप शास्त्री उत्तीर्ण विद्यार्थी एवं बिहार राज्य मदसा बोर्ड से मान्यता प्राप्त संस्थान से मोलवी उतीर्ण लाभान्वित होंगे। इस अवसर पर शिक्षा विभाग के तमाम वरीय पदाधिकारी तथा भारतीय स्टेट बैंक के सीजीएम अजीत सूद सहित विभिन्न बैंकों के पदाधिकारीगण मौजूद थे।

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