- जारी किया जाएगा हेल्पलाइन नंबर
- देश भर में द्वितीय हथकरघा दिवस मनाया गया
- बुनकरों को संत कबीर पुरस्कार एवं राष्ट्रीय हथकरघा पुरस्कार से किया गया सम्मानित
बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के स्वतंत्रता भवन में आयोजित इस समारोह में उड़ीसा के शरद कुमार पात्रा, भक्त राज मेहर और गुजरात के वंकार भीमजी को संत कबीर पुरस्कार से सम्मानित किया गया। केंद्रीय कपड़ा मंत्री ने कार्यक्रम से पूर्व बुनकर के घर जाकर मुलाकात की और उनकी समस्याएं सुनीं। उन्होंने कहा कि इनकी समस्या बहुत है। उनकी मांग है कि इनके हालात बेहतर किए जाएं और योजनाओं का लाभ कैसे लें, जैसी बुनियादी समस्याओं से जुझ रहे हैं। केंद्रीय कपड़ा मंत्री ने बुनकरों का जनगणना कराने की बात कही, ताकि सरकार के साथ इनका सीधा संवाद हो सके और ये योजनाओं का भरपूर लाभ उठा सके। उन्होंने बनारस के बुनकरों की समस्या को दूर करने के लिए जल्द हेल्पलाइन नंबर जारी करने का निर्देश दिया। कपड़ा मंत्री ने यह भी कहा कि हथकरधा और इससे जुड़ी मशीनें खरीदने या ठीक करने के लिए सरकार कुल रकम का 90 फीसदी वहन करेगी। उन्होंने इस दौरान हैशटैग आई वियर हैंडलूम की सफलता की भी चर्चा की और कहा कि काफी संख्या में लोगों ने फोटो भारत सरकार के पास भेजा है।
ज्ञात हो कि 7 अगस्त को भारत सरकार द्वारा 29 जुलाई, 2015 की तारीख के राजपत्र (गजट) अधिसूचना के माध्यम से राष्ट्रीय हथकरघा दिवस के रूप में अधिसूचित किया गया था, जिसका उद्देश्य हथकरघा उद्योग के महत्व एवं आमतौर पर देश के सामाजिक आर्थिक योगदान में इसके योगदान के बारे में जागरुकता फैलाना और हथकरघा को बढ़ावा देना, बुनकरों की आय को बढ़ाना और उनके गौरव में वृद्धि करना था। पहला राष्ट्रीय हथकरघा दिवस पिछले वर्ष मनाया गया था और माननीय प्रधानमंत्री 7 अगस्त, 2015 को चेन्नई में आयोजित प्रमुख समारोह में मुख्य अतिथि थे।
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