COPYRIGHT © Rajiv Mani, Journalist, Patna

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सोमवार, 8 अगस्त 2016

बुनकरों की होगी जनगणना : स्मृति ईरानी

  • जारी किया जाएगा हेल्पलाइन नंबर
  • देश भर में द्वितीय हथकरघा दिवस मनाया गया
  • बुनकरों को संत कबीर पुरस्कार एवं राष्ट्रीय हथकरघा पुरस्कार से किया गया सम्मानित

नई दिल्ली : द्वितीय हथकरघा दिवस देश भर में मनाया गया। वाराणसी में आयोजित मुख्य समारोह में मुख्य अतिथि केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी ने बुनकरों को संत कबीर पुरस्कार एवं राष्ट्रीय हथकरघा पुरस्कार से सम्मानित किया। समारोह में केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमशीलता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) राजीव प्रताप रुड़ी विशिष्ट अतिथि थे। इस दौरान केंद्रीय कपड़ा राज्य मंत्री अजय टमटा एवं उत्तर प्रदेश के कपड़ा मंत्री महबूब अली भी उपस्थित थे।
बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के स्वतंत्रता भवन में आयोजित इस समारोह में उड़ीसा के शरद कुमार पात्रा, भक्त राज मेहर और गुजरात के वंकार भीमजी को संत कबीर पुरस्कार से सम्मानित किया गया। केंद्रीय कपड़ा मंत्री ने कार्यक्रम से पूर्व बुनकर के घर जाकर मुलाकात की और उनकी समस्याएं सुनीं। उन्होंने कहा कि इनकी समस्या बहुत है। उनकी मांग है कि इनके हालात बेहतर किए जाएं और योजनाओं का लाभ कैसे लें, जैसी बुनियादी समस्याओं से जुझ रहे हैं। केंद्रीय कपड़ा मंत्री ने बुनकरों का जनगणना कराने की बात कही, ताकि सरकार के साथ इनका सीधा संवाद हो सके और ये योजनाओं का भरपूर लाभ उठा सके। उन्होंने बनारस के बुनकरों की समस्या को दूर करने के लिए जल्द हेल्पलाइन नंबर जारी करने का निर्देश दिया। कपड़ा मंत्री ने यह भी कहा कि हथकरधा और इससे जुड़ी मशीनें खरीदने या ठीक करने के लिए सरकार कुल रकम का 90 फीसदी वहन करेगी। उन्होंने इस दौरान हैशटैग आई वियर हैंडलूम की सफलता की भी चर्चा की और कहा कि काफी संख्या में लोगों ने फोटो भारत सरकार के पास भेजा है।
केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमशीलता राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) राजीव प्रताप रुड़ी ने भी बुनकरों को अपने मंत्रालय से हर तरह की सहायता देने की बात कही। कार्यक्रम के दौरान कपड़ा मंत्रालय ने बुनकरों की सहायता के लिए विभिन्न संस्थानों के साथ पांच समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। इसमें हथकरघा बुनकरों एवं उनके बच्चों की पढ़ाई के लिए नेशनल इंस्टीट्यूट आॅफ ओपन  स्कूलिंग एवं इग्नू के साथ और बुनकर सेवा केंद्र के माध्यम से हथकरघा बुनकरों के कौशल विकास के लिए राष्ट्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर हुआ। अग्रणी फैशन डिजाइनरों को हैंडलूम समुदाय के साथ काम करने और हैंडलूम-हैंडीक्राफ्ट संबंधित संशोधित पाठ्यक्रम निफ्ट में शामिल करने के लिए निफ्ट के साथ, फैशन डिजाइन काउंसिल आॅफ इंडिया सहित आईएमजी के साथ एमओयू भी शामिल है।
ज्ञात हो कि 7 अगस्त को भारत सरकार द्वारा 29 जुलाई, 2015 की तारीख के राजपत्र (गजट) अधिसूचना के माध्यम से राष्ट्रीय हथकरघा दिवस के रूप में अधिसूचित किया गया था, जिसका उद्देश्य हथकरघा उद्योग के महत्व एवं आमतौर पर देश के सामाजिक आर्थिक योगदान में इसके योगदान के बारे में जागरुकता फैलाना और हथकरघा को बढ़ावा देना, बुनकरों की आय को बढ़ाना और उनके गौरव में वृद्धि करना था। पहला राष्ट्रीय हथकरघा दिवस पिछले वर्ष मनाया गया था और माननीय प्रधानमंत्री 7 अगस्त, 2015 को चेन्नई में आयोजित प्रमुख समारोह में मुख्य अतिथि थे।

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